जौ (यव) का क्षारीय अर्क—यवखार—पारंपरिक आयुर्वेदिक तैलपाक के लिए तैयार किया जा रहा है
यव जू खार (Yav-Joo Khaar) क्या है?
“यव-जू-खार” आयुर्वेद में प्रयुक्त एक क्षारीय द्रव्य (Alkaline Substance) है।
यह जौ (यव), जु (जवा) आदि अनाजों की भूसी या भस्म को विशेष विधि से जलाकर बनाया जाता है।
👉 इसका प्रयोग मुख्यतः आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है, विशेषकर अपाचन, आमवात, कफ और पेट की समस्याओं में।
यव-जू-खार के उपयोग (Uses):
✅ पाचन तंत्र में सुधार – कब्ज, गैस और अपच में उपयोगी।
✅ कफ को नष्ट करता है – बलगम, खांसी, जुकाम जैसी समस्याओं में लाभकारी।
✅ मूत्र संबंधी विकारों में सहायक – मूत्रकृच्छ (दर्द से मूत्र आना) में राहत।
✅ त्वचा रोगों में – बाह्य रूप से लेप या जल में मिलाकर स्नान के लिए।
✅ व्रण (घाव) शोधन – पुराने घावों को धोने के लिए।
Reviews
There are no reviews yet.